चंद हायकू....
*********
1) चीखें सन्नाटा
कुछ तो हुवा ही है
मुझे भरम
2) प्यार है मुझे
ये तुमने कहा था
बेवफा तुम
3) इंसाफ होगा
मेरे साथ कोर्ट में
ये खूनी खेल
4) कौन जानता
उसके खेल सारे
सूना आसमां
5) रोज़ा अफ्तार
बिना रोज़े के ही
वोटों पे आँख
अखिलेश चंद्र श्रीवास्तव
No comments:
Post a Comment