सुप्रभात मित्रों
आज चंद हायकू मनुष्य के दो विशेष गुणों "बेईमानी"और "ईमानदारी" पर..ये हम सब में कमोबेश होते ही है..कई बार हम अनजाने में भी बेईमानी करते है तो कई बार जानबूझ कर...विस्तार से फिर कभी ..
अभी ..हायकू..
बेईमानी - ईमानदारी
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बेईमानी से
ईमानदारी अच्छी
मानो इसको
ईमानदारी
देती दिल की ख़ुशी
जानो इसको
ईमानदार
सीना फुला चलता
मिला नज़रें
बेईमान न
पाता चैन के पल
रहता डरा
कोई पकड़े
या न भी पकड़े
कोसे आत्मा
ईमानदार
बनों बचो दुर्गुण
बेईमानी से
(समाप्त)
अखिलेश चंद्र श्रीवास्तव
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