कुछ हायकू *********
देखे चकोर आसमान में चाँद रात अँधेरी
जीवन मूल्य बहुमूल्य हैं भाई लुटाओ मत
तेरा न मेरा ये शाम या सबेरा कुदरत का
थक जायेगा रात भर चल के राह है लंबी
ख़ुशी या गम बेफिक्र हुये हम वो है न ख़ुदा
अखिलेश चंद्र श्रीवास्तव
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